CPU क्या है और कैसे काम करता है?
क्या आपको पता है की ये CPU क्या है? क्यूँ इसे computer का brain (मस्तिष्क) भी कहा जाता है? ऐसे बहुत से सवाल हैं जो अक्सर कई लोगों को परेशान करते हैं. जैसे हमारे शरीर में हमारा मस्तिष्क हमारे सारे प्रक्रियाओं को control करता है ठीक वैसे ही एक computer में भी CPU उसके भीतर और बहार हो रहे सभी प्रक्रियाओं को नियंत्रण करता है ख़ास इसीलिए ही CPU को brain of the computer भी कहा जाता है.
यह user के द्वारा दिए गए सभी instructions को handle करता है, और यह CPU के capacity के ऊपर है की वो कितनी जल्दी और किस हिसाब से उन instructions को process करता है. जितनी जल्दी वो कर सके उसे उतना ही बेहतर या efficient CPU कहा जाता है. चलिए सीपीयू के बारे में कुछ जानकारी लेते है.
जैसे जैसे Technology में advancement हो रही है, वैसे वैसे हमें ज्यादा से ज्यादा complex processes को process करने के लिए Fast CPU की जरुरत हो रही है जो की इन Complex calculation को सहजता से कर सकते और एक साथ बहुत से processes को handle कर सके, इस चीज़ को Multitasking भी कहा जाता है. ख़ास इसीलिए Software और Hardware Developers हमेशा बेहतर CPU को बनाने में लगे हुए होते हैं क्यूंकि उनकी demand भी बढती ही जाती है. एक उदहारण लेते हैं समझने के लिए.
जब आप कोई laptop या कोई desktop खरीदने के लिए जाते हैं दुकान में तब वो आपको कुछ technical specifications के विषय में बताते है जैसे की 64 bit quad core Intel i7, या i5 इत्यादि. यदि आप computer के field से नहीं है तब आपको इससे कुछ भी समझ में नहीं आएगा. लेकिन आखिर में वो क्या कह रहा है आपके पल्ले कुछ भी नहीं पड़ेगा. घबराये नहीं क्यूंकि आज हम इन्ही Technical specification, Cores, CPU के विषय में ही जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
हर 6 महीने में बाज़ार में आपको नए processor वाले CPU नज़र में आयेंगे. ऐसे भी नए users के लिए कठिन होता है उन्हें कोन से processor का चुनाव करना चाहिए अगर वो कोई नया system खरीद रहे हैं तब. क्यूंकि आपके काम के हिसाब से आपकी requirement होती है.
ऐसे में अगर आपको basic काम ही करना है तब आपको ज्यादा advanced CPU लेने की कोई भी जरुरत नहीं है. क्यूंकि ऐसे कार्यों के लिए आपका normal CPU भी वो काम आराम से कर सकता है और आपको ज्यादा पैसों को खर्च नहीं करना पड़ेगा. लेकिन सही जानकारी न होने के कारण ही लोग हमेशा दुकानदारों के बहकावे में आ जाते हैं और ज्यादा कीमती CPU खरीद लेते हैं जो की उन्हें कभी भी जरुरत नहीं होती.
इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट क्या है और कैसे काम करता है उसके विषय में सही जानकारी प्रदान करूँ जिससे आपको सही CPU का चुनाव करने में आसानी हो. तो फिर बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं और CPU क्या होता हैै
सीपीयू क्या है (What is CPU?)
क्या आपको पता है CPU का पूरा नाम क्या है? CPU का Full Form होता हिया Central processing unit. यह एक छोटा सा piece का hardware होता है जो की computer program के सभी instructions को process करता है. यह Computer system के सभी important tasks जैसे की arithmetical, logical, और input/output operations को handle करता है.
CPUs को कुछ इसप्रकार से बनाया जाता है की जहाँ billions की मात्रा में microscopic transistors को एक single computer chip में रखा जा सके. यही transistors की मदद से ही सभी calculations को किया जाता है जिनकी जरुरत programs को run करने के लिए किया जाता है जो की system के memory में store होते हैं.
CPU को इसीलिए computer का brain भी कहा जाता है क्यूंकि – सभी instruction, चाहे वो कितना भी simple क्यूँ न हो, सभी को CPU के माध्यम से ही जाना होता है. उदहारण के लिए आपको कोई alphabet type करते हैं जैसे की L तब ये Screen में appear होता है. इसे screen में appear होने में CPU का हाथ होता है.
इसीकारण CPU को central processor unit के नाम से भी refer किया जाता है, और short में इसे processor कहा जाता है. इसलिए जब आप कोई electronic store में कोई device का technical specification देख रहे होते हैं तब वहां पर जो processor specification होता है वो ही CPU है.
जब हम CPU के अलग अलग प्रकार के बारे में discus करते हैं तब इससे हमारा तात्पर्य उसके speed से रहता है. जैसे की वो कितनी जल्दी सभी function को पूर्ण करता है. हमें अपने काम करने में speed की ही जरुरत होती है, जितनी जल्दी हमारे काम की processing होगी उतनी ही जल्दी हम कोई नया काम को आसानी से कर सकते हैं.
जैसे जैसे हमारे instruction complex बनते हैं जैसे की 3D animation, video files की editing इत्यादि ऐसे में हमें ज्यादा बेहतर CPU की जरुरत होती है. इसलिए processor technology में जो भी technological advances हुए है वो सभी के पीछे speed ही सबसे महत्वपूर्ण कारण रहा है.
CPU को हम बहुत से नाम से जानते हैं जैसे की processor, central processor, या microprocessor इत्यादि. यह अपने Software और Hardware से जो भी instructions receive करता है चाहे वो जितना भी छोटा क्यूँ न हो उसे ये process करता है. इसलिए Computer का यह एक बहुत ही major हिस्सा है.
CPU technology में जो भी advancements होते हैं उसमें एक चीज़ को ज्यादा अहमियत दी जाती है वो ये की कैसे transistors को छोटे से और छोटा किया जा सके. ऐसा इसलिए क्यूंकि इससे उन CPU को ज्यादा efficient बनाया जा सके और उनकी speed को कई गुना तक बढाया जा सके.
इस चीज़ के बारे में सबसे पहली बार एक वैज्ञानिक जिनका नाम Moore है उन्होंने कहा था. इसलिए इस चीज़ Moore’s Law भी कहा जाता है.
सीपीयू का फुल फॉर्म क्या है?
CPU का फुल फॉर्म है Central Processing Unit. अगर आप इसे हिंदी में ट्रांसलेट करेंगे तो यह होता है “केंद्रीय प्रक्रमन एकक“.
CPU को हिंदी में क्या कहा जाता है ?
CPU को हिंदी में केंद्रीय प्रचालन तंत्र या केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई कहा जाता है.
सीपीयू के कार्य
तो चलिए जानते हैं Central Processing Unit (CPU) के कुछ महत्वपूर्ण features के विषय में
- CPU को computer का brain माना जाता है.
- CPU सभी प्रकार के data processing operations करता है.
- ये data, intermediate results, और instructions (program) को store करता है.
- इसके साथ ये computer के सभी parts के प्राय सभी operations को control करता है.
CPU कैसे काम करता है
आपको ये जानना जरुरी है के CPU क्या काम करता है. वैसे तो हम ये जानते ही हैं की CPU जो कार्य करता है वो बहुत ही important होते हैं लेकिन अब हम जानेंगे की कैसे ये CPU काम करता है. CPU के उत्पत्ति से अभी तक इसमें ऐसे बहुत सारे improvements किये गए है पिछले कई बर्षों में.
इतने सारे improvements के वाबजूद भी CPU के जो basic function हैं वो अभी तक भी same है. इसके जो basic function हैं वो हैं fetch, decode, और execute. चलिए इनके विषय में विस्तर में जानते हैं.
Fetch
जैसे की शब्द से मालूम पड़ता है इसमें instruction को receive किया जाता है. इसमें instruction का मतलब है की series of numbers जिसे की RAM से CPU तक pass किया जाता है. प्रत्येक instruction एक छोटा सा ही part होता है किसी operation का, इसलिए CPU को ये पता होना चाहिए की कोन सा instruction next आ रहा है. Current instruction address को program counter (PC) के द्वारा रखा जाता है.
फिर PC और instructions को Instruction Register (IR) में place किया जाता है. उसके पश्चात PC length को बढाया जाता है जिससे उसे reference किया जा सके next instruction’s address पर.
Decode
एक बार instruction को fetch और store कर लिया गया IR में, फिर CPU उस instruction को pass कर देती है एक ऐसी circuit में जिसे की instruction decoder कहते हैं. ये फिर उस instruction को convert करती है signals में जो की बाद में pass किया जाता है दुसरे CPU के parts के द्वारा आगे के action के लिए.
Execute
ये आखिर का step होता है, जिसमें decoded instructions को CPU के relevant parts पर भेजा जाता है complete होने के लिए. फिर results को अक्सर write किया जाता है CPU register में, जहाँ पर उन्हें reference किया जा सकता है later instructions के द्वारा. यहाँ आप इन्हें अपने calculator के memory function के तरह समझ सकते हैं.
CPU के हिस्सों के बारे में जानकारी.
यहाँ पर जानेंगे की CPU के components क्या है और वो क्या काम करते हैं. वैसे तो CPU के मुख्य तीन components होते हैं.
- Memory या Storage Unit
- Control Unit
- ALU (Arithmetic Logic Unit)
Memory या Storage Unit
ये unit system के instructions, data, और intermediate results को store करते हैं. ये unit दुसरे सभी units को information भी प्रदान करते हैं जरुरत पड़ने पर. इसे internal storage unit या main memory या primary storage या Random Access Memory (RAM) भी कहा जाता है.
इसकी size affect करती है इसके speed, power, और capability पर. Primary memory और secondary memory दो ऐसे memories होते हैं जो की computer में मेह्जुद होते हैं.
Memory Unit के Functions क्या हैं
- यह processing के जरुरत हुए सभी data और instructions store करती हैं.
- यह सभी intermediate results of processing को store करते हैं.
- यह final results of processing को store करी हुई होती है जब उन्हें output device में release तब किया भी नहीं हुआ होता है output device में.
- सभी inputs और outputs को main memory के द्वारा transmit किया जाता है.
Control Unit
ये unit computer के सभी parts के operations को control करती हैं लेकिन ये कोई actual data processing operations नहीं करती हैं.
Control Unit के Functions क्या हैं
- ये data और instructions के transfers को control करने के लिए काम में आता है जिन्हें की computer के दुसरे units को transfer करने के लिए किया जाता है.
- ये computer की सभी units को manage और coordinate करने के लिए किया जाता है.
- ये memory से instructions को प्राप्त करता है, उन्हें interpret करता है, और उन operation को computer तक direct करने के लिए इस्तमाल किया जाता है.
- यह Input/Output devices के साथ communicate करता है data transfer के लिए और storage से results के लिए.
- ये कोई भी चीज़ process नहीं करता और न ही कोई data store करता है.
ALU (Arithmetic Logic Unit)
इस unit में दो subsections होते हैं जिन्हें की कहते हैं,
- Arithmetic Section
- Logic Section
Arithmetic Section
इस arithmetic section का function है की ये सभी arithmetic operations जैसे की addition, subtraction, multiplication, और division को perform करती हैं. सभी complex operations को ऊपर बताए गए operations को repetitive use कर ही किया जाता है.
Logic Section
इस logic section का जो मुख्य function है वो ये की ये सभी logic operation जैसे की comparing, selecting, matching, और merging of data को perform करती हैं.
सीपीयू के प्रकार (Types of CPU in Hindi)
जैसे की हम जानते हैं की computer CPU (जिसे short में Central Processing Unit) कहते हैं एक बहुत ही vital component है जो की सभी instructions और calculations को handle करती हैं जिन्हें उसे send किये जाता है दुसरे computer’s components और peripherals से. Software Programs किस speed से काम करती है ये भी CPU के ऊपर निर्भर करता है की वो कितने powerful हैं.
इसलिए ये महत्वपूर्ण है की आप सही CPU का चुनाव करें जिससे वो सभी कार्यों को जरूरत अनुसार handle कर सकें. अभी पूरी दुनिया में दो सबसे बड़े leading CPU manufacturers है Intel और AMD, जिनके पास अपने ही प्रकार के CPUs मेह्जुद हैं.
Single Core CPUs
Single core CPUs सबसे पुराने type के computer CPU में available होते हैं और सबसे पहले इन्ही प्रकार के CPU का इस्तमाल में लाया गया.
Single core CPUs में केवल एक समय में एक ही operation किया जा सकता है, इसलिए ये multi-tasking के लिए सही option नहीं हैं. जब भी user एक से ज्यादा application run करने को चाहे तब इनका performance बड़ी जल्दी ही कम हो जाता है.
यदि आप कोई दूसरा application run करने को चाहें तब आपको पहला ख़त्म होने तक का इंतजार होना पड़ेगा. नहीं तो पहला operation बहुत ही slow हो जायेगा. इस प्रकार के CPUs में computer का performance ज्यादातर clock speeds के ऊपर निर्भर करता है और जो की power का भी measurement है.
Dual Core CPUs
एक dual core CPU single CPU ही होता है लेकिन इसमें दो cores होते हैं और इसलिए ये दो CPUs के तरह ही function करता है.
जहाँ single core CPU में processor को different sets of data streams में switch back और forth करना होता है अगर ज्यादा operation करना हो वहीँ dual core CPUs बड़े ही आराम से multitasking को handle कर सकता है वो भी efficiently.
Dual Core का ज्यादा advantage लेने के लिए दोनों operating system और जो programs उसमें run कर रही है, दोनों में एक special code का लिखा होना बहुत ही आवश्यक है जिसे की SMT (simultaneous multi-threading technology) कहा जाता है. Dual core CPUs Fast होते हैं single core के तुलना में लेकिन quad core CPUs के तरह नहीं होते हैं.
Quad Core CPUs
Quad Core CPUs further refinement होते हैं multi-core CPU design का और इसमें four cores को एक single CPU में feature किया जाता है. जैसे की एक dual core CPUs में workload को split किया जाता है two cores के भीतर, ठीक वैसे ही quad cores में और भी ज्यादा मात्रा में बड़े multitasking कार्य किया सकता है. इसका ये मतलब नहीं है की एक single operation चार गुना तक faster हो जायेंगे.
ये केवल SMT Code के होने से ही possible है. इन CPUs में speed ज्यादा noticeable नहीं होते हैं. लेकिन हाँ जिन users को बहुत सारे heavy tasks जैसे की Video editing, Games, animations जैसे tasks अगर एक साथ करना है तब ये CPUs उनके जरुर काम में आने वाले हैं.
CPU कितना महत्वपूर्ण हैं?
जैसे की मैंने पहले ही कहा है की CPU एक computer के लिए कितना महत्वपूर्ण है. चूँकि इसे brain of computer भी कहा जाता है इसलिए आप समझ ही गए होंगे की ये कितना महत्वपूर्ण है.
चूँकि ये solely responsible है program के भीतर commands को execute करने के लिए, जितनी ज्यादा CPU की capacity होगी उतनी ही ज्यादा जल्दी से ये अपने applications को run कर सकते हैं.
CPU Cores क्या है और CPU में कितने Cores होते हैं?
पहले के समय की computing की बात करें तब पहले CPU में single core हुआ करते थे. इसका मतलब है की CPU केवल एक single set of tasks तक ही limited होते थे.
ख़ास इसी कारण के वजह से ही पहले के computers में computing की speed बहुत कम होती थी और वो कार्य करने के लिए ज्यादा समय लगाते थे.
लेकिन समय के साथ और ज्यादा computing power के requirement के कारण ही manufacturers को performance बढ़ाने के लिए नए तरीकों का अवलंबन करना पड़ा. और इसी performance को improve करते वक़्त multi-core processors का जन्म हुआ. जो की आजकल हम dual, quad, और octo-core CPU के विषय में सुन रहे हैं.
Dual Core Processor : एक dual-core processor में दो separate CPUs एक single chip में मेह्जुद होते हैं. Cores की संख्या को बढ़ा देने से, CPUs multiple processes को simultaneously handle करने में सक्षम हो जाते हैं.
इससे manufacturers को उनके requirements के अनुसार ज्यादा performance वाला और processing time कम लेने वाला CPU मिल जाता है.
Dual-core के आने से ये आगे quad-core processors जिसमें four CPUs होते हैं, उसे ये develop करने में सहायक होते हैं. वैसे ही octo-core processors भी.
Hyper Threading क्या है?
कुछ CPUs अपने मेह्जुदा physial core को virtualize कर ज्यादा cores की क्ष्य्मता उत्पन्न कर देते हैं. इस प्रक्रिया को Hyper Threading कहा जाता है. उदहारण के लिए Single core को इस्तमाल कर उसे dual cores के तरह virtualize कर देना. इससे single core के होते हुए भी dual cores का काम करवाया जा सकता है.
Virtualizing का अर्थ है की एक CPU जिसमें एक core मेह्जुद हो लेकिन वो dual core के तरह function करने लगे. यहाँ पर additional cores का मतलब है की separate threads का होना. लेकिन यहाँ पर ये जानना चाहिए की physcial core ज्यादा बेहतर perform करते हैं virtual cores के तुलना में.
Multithreading क्या है?
यहाँ पर thread को cores माना गया है. माने की एक single thread को आप एक single piece of computer process मान सकते हैं. वहीँ Multithreading का मतलब है की ज्यादा threads को एक साथ process करना.
मतलब की एक single CPU में ज्यादा number के instructions को समझा और process किया जाता हो एक ही समय में. इससे CPU core एक ही समय में ज्यादा काम एक साथ process कर सकती है. जिससे computing speed बहुत ही बढ़ जाती है.
Intel Core i3 vs. i5 vs. i7
चलिए Intel के अलग अलग CPU के विषय में जानते हैं. कैसे ये processor काम करते हैं. आप जरुर सोच रहे होंगे की Intel के i7 processor बेहतर प्रदर्शन करता है i5 और i3 के मुकाबले. और ये सच भी है. क्यूंकि i7 ज्यादा बेहतर होता है i5 से और i5 बेहतर होता है i3 से.
लेकिन क्या आप जानते हैं की ये processor क्यूँ एक दुसरे से भिन्न है और एक दुसरे से performance के मामले में अलग हैं. लेकिन इसे समझना आसान है, चलिए इसके बारे में जानते हैं.
Intel Core i3 processors dual-core processors होते हैं, वहीँ i5 और i7 processors quad-core होते हैं.
Turbo Boost जैसे feature के होने से i5 और i7 chips ज्यादा बेहतर काम करते हैं. इस turbo boost से ये processor को enable करता है अपने clock speed को base speed से ज्यादा करने में मदद करता है, जैसे की 3.0 GHz से 3.5 GHz तक, जब भी उन्हें इसकी जरुरत पड़े तब. लेकिन Intel Core i3 chips में ये feature नहीं होते हैं.
वो Processor models जिनके ending में “K” लिखा हुआ होता है वो आसानी से overclocked किया जा सकता है, इसका अर्थ है की additional clock speed को force किया जा सकता है और जरुरत के समय पर उसे utilize किया जा सकता है.
Hyper-Threading, जैसे की मैंने पहले ही इसके विषय में बता चूका हूँ, ये enable करता है दो threads को एक साथ process करने के लिए each CPU core में. इसका मतलब है की i3 processors जिसमें Hyper-Threading support करता है उसमें चार simultaneous threads को (क्यूंकि वो dual-core processors होते हैं) एक साथ process किया जा सकता है.
वहीँ Intel Core i5 processors Hyper-Threading को support नहीं करता है, इसका मतलब है की वो भी four threads के साथ एक ही समय में कार्य कर सकते हैं. वहीँ i7 processors लेकिन इस technology को support करते हैं (क्यूंकि ये quad-core है) इसलिए ये एक समय में 8 threads को process कर सकते हैं.
क्यूंकि बहुत से device में power constraints के होने से जिसमें continuous supply of power नहीं होता है वहां पर सभी processors चाहे वो i3, i5, या i7 हो उन्हें अपने performance और power consumption को balance करना होता है.
CPU कैसे दिखाई पड़ता है और ये कहाँ पर स्तिथ होता है?
एक modern CPU usually छोटा और square shape का होता है, जिसमें की बहुत से short, rounded, metallic connectors निचे के तरफ लगे होते हैं. लेकिन कुछ पुराने CPUs में pins होते हैं metallic connectors के जगह में.
CPU directly attach होते हैं CPU “socket” के साथ (या sometimes a “slot”) जो की motherboard में स्तिथ होता है. CPU को inserted किया जाता है socket pin-side-down में, और एक छोटा lever उस processor को secure करने में मदद करता है.
चूँकि CPU को बहुत से processes को एक साथ करना होता है इसलिए कुछ समय run होने के कारण ये modern CPUs ज्यादातर समय hot (गरम) हो जाते हैं. इसलिए इस heat को दूर करने के लिए ये जरुरी है की उसके साथ एक heat sink और एक fan को directly CPU के top में attach करें. Typically, ये CPU के साथ bundled होकर आता है जिसे आपको जरुर खरीदना चाहिए.
दुसरे advanced cooling options की बात करें आप water cooling kits का इस्तमाल कर सकते हैं. इन CPU को install करते वक़्त उनका ख़ास ख्याल रखें क्यूंकि इसके pins बहुत ही sophisticated होते हैं.
CPU Clock Speed क्या है?
किसी भी processor का Clock speed उसे कहते हैं जहाँ की एक processor एक second में कितने number of instructions को process कर सके. इसे gigahertz (GHz) में measure किया जाता है.
उदहारण के तोर पर अगर एक CPU का clock speed है 1 Hz तब इसका मतलब है की ये एक second में एक ही instruction को process करता है. वहीँ अगर एक CPU की clock speed 3.0 GHz तब ये एक second में 3 billion instructions को process कर सकती हैं.
CPU के Advantages क्या है
वैसे तो CPU के बहुत सारे advantages हैं एक Computer में. लेकिन यहाँ पर हम केवल कुछ ही advantages के विषय में बात करेंगे.
Mathematical Data का Fast Calculation करना
Computer Processor या CPU का जो primary advantage वो ये की इससे आप fast calculation कर सकते हैं mathematical data का. यह एक बहुत ही important reason है क्यूँ computers कुछ tasks में इंसानों से भी आगे होते हैं उदहारण के लिए Mathematical modeling.
इसी fast calculation of mathematical data के आधार पर ही computer में बहुत से tasks किया जा सकता है जैसे की video game, photo editing इत्यदि.
A Dynamic Circuit
एक modern computer processor basically एक dynamic circuit होता है. इसमें करोड़ों के मात्रा में tiny switches होते हैं जिन्हें की transistors कहा जाता है. Processor के दुसरे components इन tiny switches के configuration को control करते हैं उनके input data के हिसाब से या active application से.
यही tiny switches बड़े और complex dynamic circuits तैयार करती है, जैसे की printed circuit board (PCB) में होता है electronics में. इसी तरह से एक computer दुसरे electronics के function को emulate कर सकती हैं.
Basic Computer Functionality
किसी भी computer का एक primary basis होता है एक processor. बाकि सभी hardware components को processor के हिसाब से ही बनाया गया होता है. इसके बिना computer के बाकि hardware और software बिलकुल ही pointless है.
सभी input और output peripherals पूरी तरह से processor पर ही depend करते हैं data के input और output के लिए. क्यूंकि इसी processor के माध्यम से ही input data processed होकर output तक पहुँचती है. ये processor ही है जहाँ पर computer कोई भी चीज़ compute करता है.
सीपीयू की परिभाषा
सभी computer में जो की आपके office में आप देख सकते हैं उसमें आपको एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज़ होती है जिसे की Central Processing Unit, या CPU कहते हैं. ये CPU सभी प्रकार की arithmetic और logical decisions process करती है वो भी billions of operations per second के speed में.
Computer के प्राय सभी components CPU को serve करते हैं और data को fetch कर, store कर और finally screen में results को display करने में. तो चलिए इसके कुछ कार्यों के ऊपर नज़र डालते हैं.
Calculations
एक CPU सभी basic arithmetic जैसे की addition, subtraction, multiplication और division बहुत ही high speeds में करती हैं. चूँकि complex math functions में long chains के simple arithmetic होते हैं, इसलिए आपका computer भी इन trigonometry, logarithms और दुसरे tough math problems को fast कर सकता है.
उदहारण के लिए आपके computer का CPU hundreds of spreadsheet cells को calculate कुछ ही fraction of a second में कर सकता है.
Logic
CPU बहुत से logic decisions को simple comparisons के आधार पर करता है, जैसे की greater-than condition, less-than condition और equal-to condition. फिर CPU comparison के outcome के हिसाब से अपने action लेता हैं.
Moving Data
CPU अपना बहुत सा समय data को एक जगह से दूसरी जगह तक move करने में लगा देता है. उदहारण के लिए किसी file को hard drive से read (पढना) करना, data में कुछ calculation करना और बाद में उसे किसी दुसरे file में write करना.
Multitasking
CPU बड़ी आसानी से “multitasks,” कर सकता है, इसके लिए इसे अलग अलग प्रकार के programs में switch करना होता है. और priroty के हिसाब से काम करना होता है. इससे CPU memory का full use करता है. Multitasking के होने से एक साथ बहुत से काम parallelly चल सकते हैं बिना किसी task को बंद किये.
CPU का भविस्य
जैसे जैसे technology में advancement हो रही है. वैसे ही CPU में भी कई ऐसे advancement होने लगेंगे जैसे की superconductor graphene का इस्तमाल Silicon के स्थान पर या उसके साथ मिलकर.
प्रत्येक वर्ष CPU की size धीरे धीरे कम हो रही है. जैसे की latest generation की Intel architecture को manufactured किया गया है 22 nanometers में (nm = 1 billionth of a meter). सुना जा रहा है की next-generation की CPU इससे भी कम केवल 14nm में होने वाला है.
इसके छोटे हो जाने से power consumption को भी lower किया जा सकता है और extra cores को भी add किया जा सकता है CPU में, इससे Moore’s law को भी intact रखा जा सकता है.
धीरे धीरे ये size निरंतर कम होने में लग रहा है. लेकिन ये जितना भी छोटा हो जाये लेकिन Silicon के atom के size से तो बड़ा ही होगा क्यूंकि उससे ये छोटा हो ही नहीं सकता. तब ये इस बात की और इशारा कर रहा है की जल्द ही Silicon के स्थान पर कोई नयी चीज़ का इस्तमाल किया जा सकता है.
शायद वो चीज़ graphene हो? क्यूंकि ये बहुत ही smaller size की होती है. Extremely thin होती है, एक तरह की thinnest known materials है. इससे ये scientists को जरुर मदद करेंगी CPU के size को कम करने में. IBM ने report किया है की उन्होंने एक graphene “transistor” को develop किया है जो की 300GHz में भी काम कर सकती है.
जिस तरह से technology का इस्तमाल हो रहा है उससे ये बात तो साफ़ है की CPU Industry में बहुत ही जल्द Graphene CPU का इस्तमाल देखने को मिल सकता है. ये तो समय ही बताएगा की आगे CPU में क्या changes आने वाले हैं.
Frequently Asked Questions (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1Led से CPU कैसे connect करे?
A – Led Tv को CPU के साथ connect करने के लिए आप male-to-male HDMI cable का इस्तमाल कर सकते हैं. इसके लिए आपको Tv का input बदलना होगा remote से. फिर आपको computer के display settings में कुछ बदलाव लाना होगा. ऐसा करने से आप CPU से आसानी से LED Tv को connect कर सकते हैं.
2सबसे अच्छा CPU कौन सा है?
A – वैसे Market में बहुत से CPU होते हैं. यहाँ मैंने कुछ CPU के नाम बताये हैं जो की best हैं.
1 – Intel® Core™ i5-8600
2 – AMD Ryzen 5 1600
3 – AMD Ryzen 5 2600X
4 – Intel® Core™ i5-8600K Desktop Processor
5 – Intel® Core™ i7-8700K Desktop Processor
3CPU AC पे चलता है या DC पर?
A – CPU को चलाने के लिए DC current का इस्तमाल किया जाता है.
4Cpu का अविष्कार किसने किया और कब किया?
A – CPU की basic architecture की design Marcian Edward “Ted” Hoff ने की थी. और इसी architecture को इस्तमाल कर Federico Faggin ने सबसे पहले CPU (Microprocessor) बनया था. इसे Intel 4004 का नाम दिया गया था. इसे सन 1971 में बनाया गया था.
इस CPU में 4 bit architecture का इस्तमाल किया गया था, मतलब की ये ऐसे data को process किया जाता है जो की 4 bit length की होती है, और इसमें 256 bytes of Read Only Memory (ROM) होती थी, 32 bit RAM और एक 10 bit shift register.
इस CPU में 2,300 transistors का इस्तमाल होता हिया जो की करीब 60,000 operations per second कर सकता था. इसकी maximum operating frequency होती थी 740 KHz.
5सबसे पहला processor कोनसा आया था?
A – सबसे पहला processor Intel 4004 का आया था सन 1971 में.
61 CPU से अनेक Computer connect करना की प्रक्रिया की क्या कहते है?
A – 1 CPU को बहुत से computer को connect करने के लिए आप ASTER multi monitor software का इस्तमाल कर सकते हैं. ये एक third party software होता है.
7CPU और Operating System में अंतर क्या है?
A – इन दोनों में जो मुख्य अंतर वो ये की CPU एक Hardware होता है और वहीँ Operating System एक Software होती है. मतलब की CPU को operate करने के लिए Operating system का इस्तमाल होता है. उदहारण के लिए Windows XP, Windows 10.
832 bit और 64 bit processor कैसे पहचाने?
A – अपने Computer की processor की पहचान करने के लिए आपको Computer के ऊपर right click करना होगा. फिर properties को select करना होगा. इसमें आपको processor के बारे में पता चल जायेगा की वो 32 bit है या 64 bit का है.
आज आपने क्या सिखा?
आपको मेरा यह लेख सीपीयू क्या है (What is CPU?) और ये कैसे काम करता है? कैसा लगा मुझे comment लिखकर जरूर बताएं ताकि मुझे भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले.
:धन्यवाद: