नमस्कार दोस्तों, मैं Subham sahu हूँ. Education की बात करूँ तो मैं एक under Graduate student हूँ. मुझे नयी नयी Technology से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है. मेरी आपसे विनती है की आप लोग इसी तरह मुझे सहयोग देते रहिये और मैं आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहूंगा.

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सोमवार, 5 अप्रैल 2021

अप्रैल 05, 2021

QR Code क्या है, कैसे बनाये और कैसे Scan करे?

क्या आपको पता है QR Code क्या है (What is QR code?) और ये कैसे काम करता है ? मुझे लगता है की आप सभी ने कभी न कभी QR codes को कहीं न नहीं जरुर देखा होगा. छोटे square shaped boxes जिसमे की कुछ अजीब सा pattern बना होता है.

आपके मन में भी ये जरुर आया होगा की आखिर ये है क्या और इसे क्यूँ इस्तमाल किया जाता है. इन्हें आप लोगों ने Advertisement, Billboards या किसी Products के ऊपर जरुर देखा होगा. लेकिन शायद ही किसी को इसे Scan करते हुए देखा होगा.

इस code के पीछे कुछ URL embedded होता है जिसे की हम यदि अपने Smartphones से स्कैन करें तो हमें मालूम चलेगा अन्यथा ये छुपा रहता है. जैसे ही हम उस code को scan करते हैं तो वो हमें किसी एक website के URL में redirect कर देती है. इसी कारण ही उसे बनाया गया है.

वैसे तो बहुत से Internet schemes ऐसे आये और गए लेकिन कोई चीज़ जो सालों से चल रही है वो है यह QR code या Quick Response Code. तो आज हम इस article में ये जानेगे की आकिर ये QR Code क्या होता है और ये कैसे काम करता है. इसी के बारे में आज हम पूरी details में जानेंगे. तो फिर देरी किस बात की चलिए शुरू करते हैं.

QR Code क्या है (What is QR Code?)

QR Code का full form है “Quick Response code”. ये दिखने में Square Barcode के तरह ही हैं जिसे सबसे पहले Japan में develop किया गया था. ये दिखने में traditional UPC barcodes से बिलकुल है जो की horizontal lines की तरह हैं.

लेकिन ये ज्यादा attractive हैं और इसमें ज्यादा information भी store किया जा सकता है. इसके साथ साथ इस बड़ी आसानी से capture किया जा सकता है.

इसकी दूसरी परिभाषा दी जाये तो ये Machine Readable labels होते हैं जिसे computer बड़ी आसानी से समझ सकता है किसी text को समझने के मुकाबले.

QR codes का इस्तमाल हर जगह होता है जैसे की किसी Product को ट्रैक करने में या उसे identify करने में. यूँ कहे तो ये typical barcode का upgraded version है.

ये अपने आपको किस ऐसी technology में कैद नहीं रख लिया है की इसे केवल warehouse में product को track करने में ही इस्तमाल कर सकें.

बल्कि इसका इस्तमाल काफी बढ़ गया है जैसे आजकल इसे हम Advertisement, billboard और business window में भी देख सकते हैं. यहाँ तक की इसका इस्तमाल कुछ websites भी कर रहे हैं.

ये इतना important क्यूँ है

आपको थोडा बहुत idea तो हो गया होगा के QR Code क्या है (What is QR Code in Hindi). अगर आपने पहले कभी QR Code के बारे में नहीं सुना तब शायद आप अपना सर पे ज्यादा दवाब दे रहे होंगे.

जो लोग Internet से पहले से जुड चुके हैं उन्हें शायद इनके बारे में पहले से पता हो की ये Sqare Shaped Barcode क्या है. ये दिखने में भले ही थोडा odd लग रहा हो लेकिन ये इसके बारे में छोटे Business Owner और enterprenure को जरुर पता होना चाहिए.

इसे हम क्यूआर कोड का extention भी कह सकते हैं जिसे mid 1970 से इस्तमाल में लाया जा रहा है. पहले इसे Supermarket के grocerries में इस्तमाल किया जाता था चीज़ों तो track करने के लिए. लेकिन हम इसका इस्तमाल सभी बड़े और छोटे company अपने sales और productivity को बढ़ाने के लिए करते हैं.

हमारे जैसे consumer की बात करें तो QR Codes की मदद से हम बड़ी आसानी से अपने SmartPhones को इस्तमाल कर कुछ action जल्दी से कर सकते हैं.

NFC (Near Field Communication) की तरह इसमें कोई Fancy electronic नहीं लगी है या इसमें कोई special technology का इस्तमाल भी नहीं हो रहा है.

ये तो बस एक grid हैं white और black का जिसे किसी paper में print किया गया होता है और इसे बड़ी आसानी से phone की कैमरा में कैद किया जा सकता है.

QR Code को scanner app की मदद से पहले capture किया जाता है, फिर वो app उस कोड को किसी valuable information में बदल देता है. जिसे की हम समझ सकते हैं.

उदाहरण के तोर पे अगर किस advertising board में आपने कोई क्यूआर कोड देखा और उसे आपने स्कैन कर लिए तब वो आपको किसी website में ले गया, इसका मतलब है की उस QR Code में किस website का URL embeded था. इसी तरह ही काम करता है QR Code.

QR Code और 1D UPC Barcode में क्या अंतर है

वैसे देखा जाये तो इनकी apperance में भी काफी फरक है. एक दिखने में खाली verical lines तो दूसरा किसी Squared box की तरह. अगर हम scanning की बात करें तो QR Code को किसी भी direction से स्कैन कर सकते है (vertically और horizontally) लेकिन Barcode को हम एक ही direction से स्कैन कर सकते है.

1D Barcode(UPC) में 30 numbers तक store हो सकता है लेकिन क्यूआर कोड में हम 7089 numbers तक store कर सकते हैं.

इसी massive storage capacity के कारण ही इसमें videos और बड़े Files को बड़ी आसानी से store किया जा सकता है. जिसे बाद में Facebook और Twitter जैसे Social Networking Sites में इस्तमाल किया जाता है.

Smartphone से QR Code कैसे Scan करे?

यदि आपके पास कोई SmartPhone है भले ही वो iPhone, Android या Blackberry तो आप भी इसका इस्तमाल करके कोई QR Code scan कर सकते हो. इसके लिए बस आपको कोई Barcode Scanner App download करना पड़ेगा जैसे Red laser, Barcode Scanner, QR Scanner जिनकी मदद से आप कोई भी QR Code बड़ी आसानी से decode कर सकते हैं. ये सारे App अक्सर Free होते हैं.

बस आपको इसे install करके अपने फ़ोन के camera से उस code को scan करना होता है और वो automatically उस कोड को decode कर लेता है.

QR Code में क्या Store हो सकता है?

इसे बड़ी आसान सी भाषा में बोलें तो QR Code ‘image-based hypertext link’ जिसका इस्तमाल हम offline mode में भी कर सकते हैं. इसमें हम कोई भी URL को encode कर सकते हैं जिससे की अगर कोई QR Code को Scan करे तो वो website आराम से खुल सकता है.

उदहारण के तोर पे अगर आप चाहते हैं की कोई आपके facebook page को like करे तब आप अपने facebook page का URL उस QR कोड में दे सकते है जिससे की कोई अगर उसे scan करना चाहे तो वो redirect होकर आपके Facebook पेज में ही जायेगा.

वैसे की अगर आप कोई video को वायरल करना चाहते हैं तो उसकी URL को उस QR code में store कर दो. इसका इस्तमाल असीमित है. वैसे ही आप किसी के मोबाइल number के साथ भी कर सकते हैं.

किसने QR Code का आविष्कार किया?

Denso-Wave जो की एक subsidiary company है Toyota Group के उन्होंने ही सबसे पहले QR Code का आविष्कार किया सन 1994 में.

Originally इसे डिजाईन किया गया था उस company के विभिन्न पार्ट्स को track करने के लिए, लेकिन समय के साथ साथ इसका इस्तमाल भी काफी बढ़ गया स कारण इसे commercialize करना पड़ा.

QR Code के Business में क्या फ़ायदे है

किसी भी conventional Barcode के मुकाबले ये बहुत ही ज्यादा फ़ायदे हैं. इसका सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदा यह है की इसमें हम 100 गुना ज्यादा information store कर सकता हैं किसी Barcode के मुकाबले.

क्यूआर कोड को हम किसी भी direction से scan कर सकते हैं जो की barcode में possible नहीं है. इसकी next advantage यह है की ये marketing point of view से काफी रोचक है जिससे की ये Costumers को बड़ी आसानी से engage कर सकता है. जिससे कंपनी को बहुत ही कम investment में अच्छी marketting हो जाती है.

एक QR Code reader को बड़ी आसानी से download कर इस्तमाल किया जा सकता है जो की एकदम मुफ्त है. वैसे ही कोई भी customer किसी business में बड़ी आसानी से सिर्फ अपने SmartPhone की मदद से enter कर सकता है.

ऐसी बहुत सी Websites हैं जो की मुफ्त में QR Code generate करने का अवसर देती है. इसलिए company अपने जरुरत के अनुसार ही अपने option choose करती हैं.

QR Code के Applications

चलिए अब देखते हैं की हम कहाँ कहाँ QR Codes का इस्तमाल Business related scenarios में कर सकते हैं.

  • QR Code को हम अपने किसी specific website के URL में redirect कर सकते हैं.
  • इसका इस्तमाल हम messages को share करने में भी कर सकते हैं.
  • इसका इस्तमाल हम discount code के तोर पे भी कर सकते हैं.
  • इसे हम business card के तोर पे इस्तमाल कर सकते हैं जिसमे की हमारी साडी जानकारी पहले से embedded होगी.
  • इसे हम हमरे नए location को Google Maps location के साथ link भी कर सकते हैं.
  • इससे हम कोइ YouTube video or channel को लिंक भी करवा सकते हैं जिससे की उसके viral होने के chances बढ़ जाते हैं. और इसमें हम अपने नए products को Promote भी कर सकते हैं.
  • इसे आप अपने नए App के लिंक को जोड़ भी सकते हैं ताकि लोग आपके App का इस्तमाल कर सके.
    इसमें किस वस्तु की कीमत की जानकरी भी Attach कर सकते हैं ताकि कोई इसे स्कैन कर वो information प्राप्त कर सकता है.
  • इसे आप अपने Website के Contact Page में भी डाल सकते हैं जिससे की कोई इसे scan कर के आपकी website की पूरी जानकारी अपने phone में save कर सकता है.

अभी तक तो आप समझ ही चुके होंगे की QR Code की मदद से हम कई काम कर सकते हैं. बड़ी आसानी से बहुत सरे customers को engage कर सकते हैं.

इसे हम मोबाइल में log in करने के लिए भी इस्तमाल कर सकते हैं जिससे हमें बार बार password enter करने की भी जरुरत नहीं है.

ये बहुत ही low Tech solution है जिसे की किसी भी device में इस्तमाल किया जा सकता है (बस camera होना चाहिए). ये इसके पूर्वज Barcode से लाखों गुना बेहतर हैं इस्तमाल के लिए.

Disadvantage of QR Code

इतने सब advantages होने के वाबजूद इसके कुछ disadvantage भी हैं जैसे की कुछ security problem की issue. इसे बड़ी आसानी से बदला जा सकता है या यूँ कहे तो इसमें dangerous चीज़ें डाली जा सकती है.

उदहारण के तोर पे यदि कोई attacker चाहे तो कोई ऐसी QR Code पर अपने किसी malicious URL को डाल सकता है और उसे किसी ऐसी जगह fix कर देगा जहाँ की बहुत ही ज्यादा traffic आती जाती हों. इससे वो किसी के भी Mobile में घुस सकता है. जिससे उस user को काफी खतरा है.

आज आपने क्या सीखा

मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को QR Code क्या है और QR Code कैसे बनाये में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को इस technology के बारे में समझ आ गया होगा.

मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.

मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं.

:धन्यवाद:

गुरुवार, 1 अप्रैल 2021

अप्रैल 01, 2021

BHIM App क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करें?

आज के इस लेख में हम BHIM App क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करे के बारे में जानेंगे. नोट बंदी की समस्या से लड़ रहे भारत के आम इंसानो की मदद करने के लिए हमारे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 30 दिसम्बर 2016 को एक नया और अनोखे app का launch किया है जिसका नाम है BHIM और इसके उपयोग से पैसे की लेन देन एक bank account से दुसरे bank account में हम बहुत ही आसानी से कर पाएंगे ऐसा दावा हमारी सरकार ने किया है. मैंने आपको UPI के बारे में पिछले लेख में बताया था की हम उसकी मदद से सभी तरह के bill payment जैसे mobile recharge, online payment, money transfer इत्यादि को बिना किसी परेशानी के cashless transactions कर पाएंगे.

UPI को support करने के लिए बहुत सारे applications पेहले से ही मौजूद हैं और उन सभी का इस्तेमाल cashless transactions करने के लिए ही किया जाता है. BHIM app भी उसके लिए ही बनाया गया है पर ये दुशरे सभी UPI applications से अलग है. वो कैसे ये जानने के लिए आपको BHIM app क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करें इस लेख को पढ़कर पता चल जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं.

BHIM App क्या है?

BHIM का पूरा नाम है Bharat Interface for Money, ये भारत सरकार द्वारा एक नयी पहल शुरू की गयी है जिसके जरिये से हम अपने mobile के मदद से तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद cashless payments कर सकते हैं. BHIM दुसरे UPI applications और banks accounts के साथ मिलकर आसानी से पैसे की लेन देन करता है और इसको विकसीत NPCI यानि की National Payments Corporation of India ने किया है.

BHIM app से हम पैसे एक account से दुशरे account में भेज भी सकते हैं और receive भी कर सकते हैं वो भी कुछ ही मिनटों में. अगर आप BHIM app का इस्तेमाल कर रहे हैं और जिसे आपको पैसे भेजने हैं वो किसी दुसरे UPI apps का इस्तेमाल कर रहा है तब भी आप आसानी से उसे पैसे भेज सकते हैं, इसके लिए आपको सिर्फ उस व्यक्ति का UPI ID डालना होगा इसके अलावा और कोई भी bank details को भरने की जरुरत नहीं पड़ेगी. BHIM app की खासियत दुसरे UPI app के मुकाबले ये है की अगर सामने वाले व्यक्ति का UPI में account नहीं है तो आप उस व्यक्ति का bank का IFSC code और MMID code डालकर भी पैसे सीधे उनके account में भेज सकते हैं. BHIM app दुसरे मोबाइल wallet applications जैसे Paytm और MobiKwik से बहुत अलग है और इस की खासियत ये है की आपको receiver को पैसे भेजने के लिए उनके account नंबर को याद रखने की बिलकुल भी जरुरत नहीं है.

BHIM app का इस्तेमाल हम सिर्फ money transfer करने के लिए ही नहीं बल्कि दुशरे सभी तरह के online payments करने के लिए भी कर सकते हैं. इस applications को फिलहाल Android users के लिए launch किया गया है और बहुत ही जल्द ये दुसरे mobile platform के लिए भी उपलब्ध हो जायेगा. ये app अभी के लिए सिर्फ English और Hindi भाषा को support करता है धीरे धीरे ये भारत के सभी भाषाओँ को support करने लगेगा जिससे आम इंसान को payment करने में और भी आसानी होगी.

BHIM app का इस्तेमाल कैसे करें?

BHIM app का इस्तेमाल करने के लिए हमारा bank में account होना बहुत ही जरुरी है तभी जाकर हम इस app का सही तरीके से इस्तेमाल कर पाएंगे अगर हमारा bank में account नहीं है तो हम इस app का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. BHIM app का इस्तेमाल आप free में कर सकते हैं, चलिए अब जान लेते हैं की BHIM app का इस्तेमाल कैसे करते हैं-

सबसे पेहले अपने phone में Play Store में जाकर इस app को download कर install कर लीजिये. Install कर लेने के बाद इसे open करिए, open करने के बाद आपसे भाषा चुनने के लिए पूछेगा जहाँ दो भाषा मौजूद होंगे English और Hindi. कोई भी एक भाषा अपने मर्जी से चुन लीजिये उसके बाद ठीक निचे NEXT का option होगा उस पर click कर लीजिये.

दुसरे screen पर welcome किया जायेगा वहां पर भी next के option पर click कर आगे बढ़ना है. आगे BHIM app के features के बारे में बताया गया है जिसमे लिखा है की सभी तरह के payments UPI के सुरक्षित network के जरिये होगा और आप कभी भी किसी भी वक़्त अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को पैसे सीधे उनके bank account में भेज सकते हैं. इसके अलावा आप QR code set कर के भी आसानी से पैसे जल्दी भेज सकते हैं.

उसके बाद आपको mobile number verification के लिए देना होगा तो आगे click कर आपको आपके मोबाइल में जो SIM लगे हुए हैं वो दिखाई देगा आपको अपने उसी नंबर या SIM को चुनना है जो आपके bank के account में registered है. अगर आपके मोबाइल में मौजूद SIM आपके bank से link होकर नहीं है तो ये app आपके मोबाइल में काम नहीं करेगा. इसलिए वोही SIM choose करिए जो आपके bank account से link हो कर है उसके बाद next पर click कर लीजिये. click करते ही आपका नंबर verify किया जायेगा और BHIM app से आपके नंबर पर एक SMS verification के लिए जायेगा.

कुछ ही समय में आपका नंबर verified हो गया है ऐसा दिखा देगा उसके बाद आपको एक pass-code generate करने के लिए कहेगा जहाँ आपको 4-digit का password अपने मन से choose करना होगा और उसे याद भी रखना होगा, ये इसलिए होता है ताकि कभी कोई दूसरा व्यक्ति आपका phone को इस्तेमाल कर आपके account से पैसे चुरा ना सके इसके लिए BHIM को protect करके रखने की बहुत जरुरत है.

Pass-code set कर लेने के बाद सबसे ऊपर आपके नंबर से link होकर जो भी bank account होगा उसका नाम आपको दिखा देगा जैसे ICICI Bank, HDFC Bank इत्यादि जिसका मतलब है की BHIM app ने आपके नंबर पे registered bank के details को save कर लिया है. उसके बाद आपको payment भेजने और receive करने का option मिलेगा और QR code generate करने और QR Scan कर payment करने का option भी वहां मौजूद होगा. निचे My Information में Bank account का option होगा उस पर click करके app check कर सकते हैं की आपका bank account app में link हुआ है या नहीं. BHIM app automatically आपका registered bank के साथ link कर लेता है, अगर आपका bank account link नहीं हुआ होगा तो आप manually भी bank का list में जाकर choose कर सकते हैं.

BHIM app में बस एक ही कमी है की आप एक मोबाइल में सिर्फ एक ही bank account को access कर सकते हैं, जिसका मतलब है की अगर आपका bank में एके से ज्यादा account है और आपका नंबर सभी account में same है तो आप सिर्फ एक ही bank account का इस्तेमाल इस app में कर सकते हैं. तो अगर आपका नंबर दो bank account से link हो कर है तो आपको bank selection option में जाकर एक bank को select करना होगा. उसके बाद आप आसानी से cashless transactions कहीं भी और कभी भी कर सकते हैं.

अगर आपके पास smartphone नहीं है या आपके phone में internet नहीं है तब भी आप BHIM app का इस्तेमाल अपने मोबाइल में *99# dial करके कर सकते हैं.

BHIM app कौन से Bank को support करता है?

लगभग सभी bank को BHIM app support करता है.

  • Allahabad Bank
  • Andhra Bank
  • Axis Bank
  • Bank of Baroda
  • Bank of Maharashtra
  • Canara Bank
  • Catholic Syrian Bank
  • Central Bank of India
  • DCB Bank
  • Dena Bank
  • Federal Bank
  • HDFC Bank
  • ICICI Bank
  • IDBI Bank
  • IDFC Bank
  • Indian Bank
  • Indian Overseas Bank
  • Induslnd Bank
  • Karnataka Bank
  • Karur Vysya Bank
  • Kotak Mahindra Bank
  • Oriental Bank of Commerce
  • Punjab National Bank
  • RBL Bank
  • South Indian Bank
  • Standard Chatered Bank
  • State Bank of India
  • Syndicate Bank
  • Union Bank of India
  • United Bank of India
  • Vijaya Bank
  • Yes Bank Ltd

 आशा करता हूँ की आपको ये लेख BHIM app क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करें? पसंद आये. अगर आपने अब तक इस app का इस्तेमाल cashless transactions के लिए नहीं किया है तो एक बार जरुर करिए और अपनी राय बताइए की आपको ये app कैसा लगा. इस लेख से जुड़े कोई भी सवाल हो तो आप मुुुुझे comment कर पूछ सकते हैं.

रविवार, 14 मार्च 2021

मार्च 14, 2021

गूगल अकाउंट कैसे बनाया जाता है

बहुत लोग यह जानना चाहते है के गूगल अकाउंट कैसे बनाया जाता है? पिछ्ले कुछ वर्षों से जब से Internet का इस्तमाल जोरों से हो रहा है तब से Google ने भी अपने products और services को बढ़ा दी है. ऐसे में यदि आपके पास अपना एक गूगल अकाउंट है तब आप गूगल के सभी services का आसानी से इस्तमाल कर सकते हैं. अब सवाल उठता है की ये गूगल अकाउंट क्या है? गूगल अकाउंट कैसे बनाएं? भले ही हम में से बहुत से लोगों को गूगल अकाउंट के विषय में जानकारी होगी लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें की इसके practical इस्तमाल जो की है गूगल पर अपना अकाउंट कैसे बनाये के बारे में शायद ही जानकारी हो.

जिन्हें भी ये नहीं पता की जिओ फ़ोन में गूगल अकाउंट कैसे बनाते हैं तब आज का यह article आप लोगों के लिए काफी जानकारी भरा होने वाला है क्यूंकि आज हम गूगल अकाउंट क्या है, इसके प्रकार क्या हैं और कैसे अपने लिए एक अकाउंट कैसे बनाएं हिंदी में सीखने और समझने वाले हैं. इस article के किसी भी section को skip न करें क्यूंकि क्या पता आपको वहां पर कुछ नया सीखने को मिल जाये.

एक बात आप जरुर से समझ लें की जैसे घर में घुसने के लिए हमें चाबी की जरुरत होती हैं ठीक वैसे ही गूगल Products और Services को इस्तमाल करने के लिए हमे एक गूगल अकाउंट की ख़ास जरुरत होती हैं. इसलिए आज मैंने सोचा की क्यूँ न आप लोगों को गूगल अकाउंट या Google ID कैसे बनाएं के विषय में बताया जाये जिससे आपको भी इनकी सभी Free Services का इस्तमाल करने का मौका मिले. तो फिर बिना और देरी किये चलिए शुरू करते हैं और गूगल अकाउंट के सन्दर्भ में और अधिक जानते हैं.

गूगल अकाउंट क्या है

एक Google Account एक प्रकार का user account होता है जिसकी जरुरत access, authentication और authorization करने के लिए कुछ online Google services के द्वारा की जाती है, जिसमें Gmail, Google+, Google Hangouts और Blogger प्रमुख हैं. वहीँ ऐसे भी बहुत सारे Google products मेह्जुद हैं जिन्हें की access करने के लिए कोई account की जरुरत ही नहीं होती है, जिसमें Google SearchYouTube, Google Books, Google Finance और Google Maps मुख्य हैं.

लेकिन वहीँ हमें एक account की तब जरुरत पड़ती है जब हम YouTube पर videos upload करना चाहें और वहीँ Google Maps में जरुरी edits करना चाहें. इसलिए यदि आप Google की या किसी दूसरी websites की services प्राप्त करना चाहें या उन्हें access करना चाहें तब ऐसे में आपके पास Google Account का होना बहुत ही जरुरी बात होती है.

गूगल अकाउंट के प्रकार

अगर आप Google accounts के अलग अलग प्रकार को ठीक से नहीं समझते हैं, तब इसमें आपको गलती नहीं है, क्यूंकि ऐसा सोचने में आप अकेले नहीं है. जैसे जैसे गूगल की product offering बढ़ने लगी, उन्होंने अपने account name types और services भी बदलने लगे. उन्होंने प्रतेक account के features और permission levels को भी बदल दिया. ये कोई criticism नहीं है Google का; बल्कि यह बस एक nature है rapid development process का cloud applications के लिए.

गूगल ने बहुत ही कम समय में इतने सारे products और services develop कर दिया की उन्हें ऐसे अलग अलग accounts रखने की जरुरत सी पड़ गयी.

वैसे देखा जाये तो मुख्य रूप से चार प्रकार के Google Accounts होते हैं जिनके विषय में प्रत्येक Google Users को जानना चाहिए.

Gmail

एक Gmail account एक free गूगल Account होता है जिसमें एक email address होता है और जो की @gmail.com में ख़त्म होता है. Gmail accounts सन 2004 में सबसे पहले आया, और उस समय ये इतने ज्यादा demanded थे की users को एक account बनाने के लिए किसी से invitations की जरुरत थी. उस समय 1GB की storage space सच में बाकियों के लिए एक बहुत ही बड़ी चीज़ थी, जिसे की बाकि competitors नहीं प्रदान करते थे. आप तो Gmail mailbox से, गूगल Docs, Google Calendar, और Google Sites को access कर सकते हैं. वहीँ यह account से user instantly बहुत से दुसरे google applications को login कर सकते हैं जैसे की Picasa, Blogger और Maps.

Gmail accounts को maintain user ही करता है जिसका वो account होता है और किसी business IT administrator की जरुरत नहीं होती है.

Google Account

एक Google account में एक user name और एक password होता है जिसे की इस्तामला अन्य Google applications जैसे की Docs, Sites, Maps और Search में login करने के लिए किया जाता है (ये Google Apps Account से अलग होते हैं). ये जरुरी नहीं है की ये accounts केवल “@gmail.com” से ही ख़त्म हो. उदाहरण के लिए एक किसी Google Apps account में sign up करने के लिए अपने @yahoo email address का इस्तमाल कर सकता है.

Google Apps Account

एक Google Apps account (जिसमें जी ज्यादा जोर ये word “apps” को दिया जाता है) एक ऐसा account होता है जो की associated होता है एक domain के साथ जो की इस्तमाल करता है Google Apps (mail, calendar, docs and sites), messaging और collaboration के लिए. जब यह product को पहली बार introduce किया गया तब इसे तब “Google Apps for Your Domain कहा गया, फिर इसे “Google Apps Standard Edition” कहा गया और अभी इसे केवल ही “Google Apps” कहा जाता है.

इन accounts में अब currently 7GB की email storage space, के साथ साथ Gmail, Calendar, Docs और Sites को access प्रदान की जाती है. इस type की account का ज्यादा इस्तमाल organizations, clubs, और informal groups के द्वारा किया जाता है जिन्हें की ज्यादा enhanced security, support और administration options की जरुरत होती है Google Apps की Business के लिए. जो support इस account के साथ आता है वो ये की इस account को केवल गूगल Help Center और Google Help User Forum के साथ connect किया जाता है. ये accounts तो free होते हैं; लेकिन इसकी domain एक समय में ten users तक ही limited थी.

Google Apps for Business

Google Apps accounts तो इस्तमाल के लिए बहुत ही अच्छी है लेकिन जब बात Enterprise की आती है तब केवल एक ही प्रकार बाकि होता है जो की है Google Apps for Business account. Google Apps for Business को पहले “Google Apps Premier Edition” कहा जाता था. इस accounts को इस्तमाल करने वाले users को 25GB तक की Gmail storage space, Calendar, Mail, Docs, Google Video और Google Groups प्रदान की जाती है Business के लिए. ये Businesses अकाउंट करीब 99.9% uptime के साथ साथ email और phone support प्रदान करने की guarantee प्रदान करती है.

इन accounts को बहुत से tools को access करने की सुविधा होती है जो की बहुत ही जरुरी होती हैं old messages, calendar items, और contacts को synchronize करने के लिए legacy systems में. साथ में Google Apps for Business में access to Postini Message and Security services को access भी रहता है बिना कोई additional cost के ही. यह Google Apps for Business account एकमात्र ऐसा account होता है जो की free नहीं होता है. इसकी कीमत $50 एक साल के लिए एक user के लिए होता है जो की है roughly $5/month. इन accounts और services को एक admin के द्वारा manage किया जाता है Google Apps Dashboard में.

गूगल अकाउंट कैसे बनाएं

अब तक तो आपको गूगल account के विषय में जानकारी मिल गयी होगी लेकिन चलिए अब जानते हैं की आखिर अपने लिए नया अकाउंट कैसे बनाएं.

1.  अपना नया गूगल अकाउंट बनाने के लिए आपको सर्व प्रथम अपना browser open करना होगा, जहाँ पर आपको सीधे Create Google Account पर जाना होगा. ये link को खोलते ही आपको गूगल Account बनाने का पूरा फॉर्म सामने खुल जाएगा.

2.  इस form में निर्देशित सभी जानकारी सही और सठिक भरें. इस Form में पहले आपका First Name और Last Name लिखें, इसके पश्चात उसमें अपना Username भी लिखें. याद रहे की Username को बड़ी ही सावधानी से fill up करें. ऐसा इसलिए क्यूंकि Username unique होना चाहिए और किसी ने इसे पहले से इस्तमाल नहीं करना चाहिए क्यूंकि यदि username पहले से ही किसीने इस्तमाल किया होगा तब गूगल अपने database में खोजकर उसे नकार देगा. ध्यान रहे की यहीं Username आपका Gmail ID का भी Username बनता है. एक बार आपने सही Username का चुनाव कर लिए तब गूगल automatically ही उसके बगल में green tick कर देगा जिससे ये मालूम पड़ता है की आपका username unique है. इसके बाद आपका एक मजबूत और सुरक्षित पासवर्ड का चुनाव करना होगा गूगल अकाउंट के लिए.

Noteअपने Username और Password को हमेशा याद रखना होगा, ऐसा इसलिए क्यूंकि अपने गूगल अकाउंट को access करने के लिए आपको Username और Password की ही जरुरत होती हैं अकाउंट में Sing in करने के लिए.

3. उसके बाद form की बाकी जानकारी को भरें जिसमें अपना जन्म दिनांक, अपना लिंग (Sex), और साथ में अपना मोबाईल नम्बर जरूर लिखें. इसके बाद अपने देश का नाम जैसे India लिखें. पुरे फॉर्म में स्तिथ जरूरी जानकारी को भरने के बाद सबसे नीचे में मेह्जुद Next Step पर क्लिक कीजिए आगे बढ़ने के लिए.

4. इसके बाद आपके सामने गूगल अकाउण्ट की Terms and Conditions खुलेंगी. इन्हें आप चाहें तो पढ सकते है. या इन्हें skip भी कर सकते हैं और पूरा नीचे I Agree के बटन पर क्लिक करें. इससे आप Google की सभी शर्तो पर राजी होते हैं.

5. इसके बाद आपको अपने गूगल अकाउंट को Verify करवाना होता है. जिसके लिए आपको अपना इस्तमाल हो रहा मोबाईल नम्बर लिखकर Continue के बटन पर click करना होगा OTP पाने के लिए.

6. अब बारी गूगल की है, आपको बस wait करना होगा उस Message या OTP का. ये OTP आपके मोबाईल नम्बर पर SMS द्वारा एक Verification Code के रूप में मिलेगा. उस OTP को आपको तुरंत ही Verification Box में लिखना होता है और फिर Continue पर क्लिक करना होता है.

7. सही Verification Code को लिखने के बाद और एक बाद Google के द्वारा verify कर लेने के बाद आपका गूगल अकाउंट तैयार हो जाता है. और साथ में गूगल से आपको 3 welcome emails आपने inbox में प्राप्त होंगे. जिन्हें खोलकर आप चाहें तो सभी steps को complete कर सकते हैं लकिन ये करना mandatory या अनिवार्य नहीं होता है. आप चाहें तो skip भी कर सकते हैं.

8. अब आप गूगल की सभी Products और Services को इस्तमाल करने के लिए तैयार हैं, जैसे की Gmail, YouTube, Google Plus, Blogger, Drive इत्यादि. बस इन्हें खोलकर आपको अपने Google अकाउंट की Sign in details (User Id और Password) से signin करना होगा.

Google Mail का इस्तमाल अपने Business Email के हिसाब से करने के Advantages क्या है

अगर आपने अभी तक भी अपने Google mail (Gmail) account को setup नहीं किया है अपने business के लिए, तब आप जरुर ही बहुत सी चीज़ें को छोड़ रहे हैं. ऐसा में इसलिय कह रहा हूँ क्यूंकि एक Google email account के होने से, आपको लगेगा की आपके पास एक full IT team मेह्जुद हैं आपके छोटे से organization के पीछे, लेकिन इसके लिए आपको पहले एक simple setup कर अपना business email तैयार करना होगा इन बेहतरीन web-based applications को access करने के लिए. तब आपका business भी वो सभी benefits प्राप्त कर सकता है जो की एक इस leading web-based email service के पास मेह्जुद हैं – या एक गूगल platform पर हैं.

यहाँ नीचे में आप लोगों को Gmail के बहुत से advantages के विषय में जानकारी प्रदान करूँगा जो की आपको gmail से प्राप्त होते हैं.

Huge Storage Space प्रदान किया जाता है

सबसे बड़ा advantages होता है storage space का. Currently, Gmail business account में करीब 25Gb की storage space प्रदान करता है जिससे आप इसमें बहुत सारे email messages, बड़ी size की files इत्यादि store कर सकते हैं जो की आप एक corporate server या hard drive में नहीं कर सकते हैं.

कहीं से भी Online Access कर सकते हैं

दुसरे email services के विपरीत Gmail की service को कोई भी user कहीं से भी online access कर सकता है. जहाँ एक Service based email client program में बड़ी दिक्कत आती है अपने email को access करने के लिए. इसमें चूँकि ये cloud services का इस्तमाल करते हैं इसलिए दुनिया के किसी भी कोने में आप हों जहाँ internet उपलब्ध हो वहां आप अपना काम आसानी से और कभी भी कर सकते हैं काहे वो दिन हो या रात हो.

ये Cheaper होते हैं और अकेले ही Maintain किया जा सकता है

Gmail बहुत ही low cost, zero maintenance, और साथ में data cloud storage में सेव होती है. इसका मतलब ये की आप इन email, documents को किसी भी समय कहीं पर भी एक browser के माध्यम से access कर सकते हैं. इसके लिए एक IT system administrator की जरुरत नहीं होती है account create करने के लिए और दूसरों को users access देने के लिए services इस्तमाल करने के लिए. इन सभी कार्यों को आप Google Apps’ dashboard के इस्तमाल से कर सकते हैं.

आपको data backup के लिए चिंता करने की जरुरत नहीं है क्यूंकि सभी चीज़ें Google के servers में store होती हैं. वहीँ security को लेकर भी कोई चिंता करने की जरुरत नहीं है. यदि आप किसी समय दुसरे provider को switch करना चाहें तब आप ऐसा कर सकते हैं और अपना domail name भी अपने साथ ले सकते हैं जिसका मतलब है की आपको अपना email address बदलने की जरुरत नही है अगर अप सोचें की Google Apps आपके लिये सही नहीं है तब.

Outlook के साथ Synchronisation करे

आपका Gmail business email account आसानी से synced हो सकता है MS Outlook, Android और iPhone जैसे familiar platforms के साथ जिन्हें की बहुत से business professionals इस्तमाल करते हैं. आसानी से synchronisation होने से आप बड़ी जल्दी ही अपनी email program को set up कर सकते हैं और इस technology का बढ़िया से पूर्ण इस्तमाल कर सकती हैं.

Instant Messages (IM) और Video Conferencing को Store करना

Gmail business से आप दुसरे features जैसे की IM storage और video chatting को gmail के साथ integrate कर सकते हैं जिससे आप आसानी से clients और co-workers के साथ touch में रह सकते हैं और उन conversations और discussions को save भी कर सकते हैं भविस्य में इस्तमाल करने के लिए.

Easy Search और Organization करने के लिए

ऐसे बहुत से features हैं जो की आपको अपने emails को organize करने में आपकी मदद करते हैं. एक exciting feature यह है की ये आपको Hotmail और Yahoo accounts को अपने Gmail account में add करने में सहायता प्रदान करते हैं जिससे आप अपने सभी emails को एक ही account से manage कर सकें. है न ये कमाल का feature.

अपने Data की Security

आपकी business Gmail account को Google platform में back up किया जाता है जो की आपको service और uptime की gurantee प्रदान करती है. इसमें आप अपने data को एक secured SSL-encrypted connection के द्वारा access करते हैं जिसे की कोई भी चाहें तब भी आपके permission के बिना access नहीं कर सकते हैं.

Conclusion

मुझे आशा है की मैंने आप लोगों को गूगल अकाउंट कैसे बनाया जाता है के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को Google Account कैसे बनाएं के बारे में समझ आ गया होगा. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं. आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा. यदि आपको मेरी यह लेख गूगल अकाउंट कैसे खोलते हैं हिंदी में अच्छा लगा हो या इससे आपको कुछ सिखने को मिला हो तब अपनी प्रसन्नता और उत्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook और Twitter इत्यादि पर share कीजिये.

गुरुवार, 4 मार्च 2021

मार्च 04, 2021

UPI क्या है और कैसे काम करता है?

क्या आपको पता है UPI क्या है और कैसे काम करता है? पिछले कुछ दिनों से हम सभी लोगों को पैसे की लेन देन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्यूंकि हमारे देश के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भ्रस्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए पुराने 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दिया है.

जाहिर सी बात है की इस फैसले से रिश्वत खोरों के पसीने छुट रहे होंगे लेकिन इसके साथ-साथ आम इंसान को भी काफी तकलीफें झेलनी पड़ रही है. इन तकलीफों को देखते हुए प्रधानमंत्री जी ने हम लोगों को एक और सुझाव दिया है की अब हम सभी लोगों को cashless economy को बढ़ावा देनी चाहिये.


Cashless economy का अर्थ है की अब हाथो से पैसे की लेन देन को छोड़ कर हमे online payment करनी चाहिये.

Cashless economy की और बढ़ना इतना आसान तो नहीं है लेकिन कोशिश करने से हर मुश्किल चीज आसान हो जाती है. Internet का महत्व तो हम सभी लोग जानते हैं लेकिन फिर भी हमारे देश में ऐसे कई जगह है जहाँ पर अभी तक लोगों के पास ये सुवीधा नहीं है.

और कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें internet के बारे में पता तो है लेकिन उसका अच्छे तरीके से इस्तेमाल करना नहीं जानते हैं जैसे की बुजुर्ग लोग. तो ऐसे में हम जैसे युवाओं का फ़र्ज़ बनता है की उनलोगों को हम internet का इस्तेमाल करना सिखाएं जो उनके रोज़मर्रा के जीवन में काफी मदद हो सकती है.


अब बात ये है की अगर हम पैसों का लेन देन छोड़ online payment करना चाहेंगे तो वो हम कैसे कर सकते हैं, बहुत सारे mobile applications मौजूद हैं जिनके जरिये हम online money transfer मोबाइल के मदद से कर सकते हैं जैसे Paytm, Mobikwick, Freecharge इत्यादि.

आप में से कई लोगों ने इनमे से एक का इस्तेमाल मोबाइल banking करने के लिए जरुर किया होगा. इन apps के अलावा एक और तरीका है जिसके जरिये हम आसानी से मोबाइल banking कर सकते हैं, कहीं से भी किसी भी वक़्त 24 घंटे हर दिन चाहे छुटी हो या ना हो आप आराम से पैसों की लेन देन कर सकते हैं और उसका नाम है UPI.

UPI क्या है और ये कैसे काम करता है इसके बारे में आज हम इस लेख से जानेंगे.

UPI क्या है – What is UPI in Hindi


UPI का पूरा नाम है Unified Payments Interface, ये एक ऐसा तरीके है जिसके मदद से आप कहीं पे भी किसी भी वक़्त अपने bank account से पैसे चाहे आप भेज सकते है अपने दोस्त के account में या रिश्तेदारों के account में, और अगर आपको किसीको payment करना है तो भी आप आसानी से UPI के मदद से पैसे दे पाएंगे.

किसी भी तरह का payment आप इसके मदद से कर सकते हैं जैसे अगर आप ने online कुछ सामान ख़रीदा है तो आप UPI से payment कर सकते हैं या फिर आपने बाज़ार जा कर कुछ खरीदारी की है तो भी आप UPI का इस्तेमाल कर सकते हैं.


Taxi का भाडा, मूवी ticket के पैसे, airline ticket के पैसे, मोबाइल recharge और DTH recharge ये सभी तरह के payment आप UPI के जरिये से कर सकते हैं. और ये बिलकुल तेज़ी से और तुरंत आपके सामने ही आपके bank account से सामने वाले के bank account में पैसे transfer हो जायेंगे.

UPI को शुरू करने की पहल NPCI की तरफ से हुयी है. NPCI का पूरा नाम है National Payments Corporation of India, ये वो संस्था है जो की फिलहाल manage करती है India में सभी banks के ATMs को और उनके बिच हो रहे interbank transactions को।

जैसे की मान लीजिये आप के पास अगर Axis bank का ATM card है तो आप ICICI bank के ATM में जाकर अपने पैसे निकाल सकते हैं. इन banks के बिच हो रही सभी transactions का ध्यान NPCI रखता है.

ठीक उसी तरह UPI की मदद से भी आप अपने एक bank account से सामने वाले के अलग bank के account में पैसे भेज सकते हैं.

UPI का Full Form क्या है ?

UPI का Full Form होता है Unified Payments Interface

UPI का इस्तेमाल कैसे करें?

UPI का इस्तेमाल करने के लिए आपको सबसे पहले अपने Android phone में इसके apps को install करना होगा. बहुत सारे banks के applications मौजूद है जो की UPI को support करते हैं जैसे की Andhra bank, Bank of Maharashtra, Axis bank, ICICI bank इत्यादि.

आपको अपने phone में Google Play Store में जाकर आपका जिस bank में account है उस bank का UPI app ढूँढ कर install करना होगा. Install कर लेने के बाद उसमे sign in करना है फिर वहां पर अपने bank का details देकर अपना account बना लीजिये।


उसके बाद आपको एक Virtual ID मिल जाएगी वहां पे आप अपनी ID generate कर लीजिये वो id आपके आधार card का नंबर हो सकता है या आपका phone नंबर हो सकता है या फिर वो id एक email id की तरह एक address हो सकता है (जैसे sabina@sbi) बस इतना कर लेने के बाद आपका काम वहीँ पर ख़तम हो गया.

आपका UPI में account बन जाने के बाद आसानी से पैसे भेज भी सकते हैं और पैसे ले भी सकते हैं.

UPI काम कैसे करता है?

UPI IMPS यानि की Immediate Payment Service system पर आधारित है जिसका इस्तेमाल हम दुसरे बाकि net banking apps को मोबाइल पर इस्तेमाल करते वक़्त करते हैं.

ये service हर वक़्त, हर दिन इस्तेमाल किये जा सकते हैं छुटियों के दिन भी. और इस system पर UPI भी काम करता है लेकिन यहाँ सवाल ये उठता है की अगर UPI और बाकि सभी तरह के net banking apps एक ही system पर आधारित हो कर काम करते है तो फिर इनके बिच अलग क्या है?

UPI उन सभी apps से अलग है, कैसे? ये मै उदहारण देकर आपको बताना चाहती हूँ.


मान लीजिये की आपको अपने दोस्त या रिश्तेदार को पैसों की सख्त जरुरत है और आपको जल्द से जल्द उन्हें पैसे भेजने है तो आप पहले वाले apps में क्या करते थे, आप उस apps को खोल कर login करते हैं फिर आपको जिस व्यक्ति को पैसे भेजने हैं उसे add करना होता है.

Add करते वक़्त बहुत सी details डालनी होती है और उसके लिए आपको सभी banking details पता होना चाहिये जैसे की आपको उस व्यक्ति का account नंबर पता होना चाहिये, फिर उसका IFSC code, branch का नाम इत्यादि इसी प्रकार की details भरनी होती है जिसमे की काफी समय लग जाता है.

लेकिन UPI में इन सब चीजों की जरुरत नहीं पड़ती आपको सिर्फ उस व्यक्ति का UPI ID डालना होता है जिसके बारे में मैंने आपको ऊपर बताया और कितने पैसे भेजना है वो select कर आसानी से पैसे भेजे जा सकते हैं.

ना कोई bank details डालने की झंझट ना ही इसमें ज्यादा वक़्त लगता है और सामने वाले को ये भी बताने की जरुरत नहीं होती है की उसका account कौनसे bank में है या उसका account में कौनसा नाम से registered है. ये सब बिना जाने ही UPI की मदद से जल्द और सुरक्षित तरीके से हम पैसे भेज सकते हैं.

UPI में पैसे भेजने की limit भी है और वो limit है per transaction 1 लाख रुपये और पैसे भेजने की fees लगती है per transaction 50 पैसे, ये बहुत ही कम amount है यानि की आपको पैसे भेजने के लिए भी ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे और आप instant पैसे transfer करने का लाभ भी उठा पाएंगे.


List of UPI Enabled Banks

  1. State Bank of India
  2. Kotak Mahindra Bank
  3. ICICI Bank
  4. HDFC
  5. Andhra Bank
  6. Axis Bank
  7. Bank of Maharashtra
  8. Canara Bank
  9. Catholic Syrian Bank
  10. DCB
  11. Federal Bank
  12. Karnataka Bank KBL
  13. Punjab National Bank
  14. South Indian Bank
  15. United Bank of India
  16. UCO Bank
  17. Union Bank of India
  18. Vijaya Bank
  19. OBC
  20. TJSB
  21. IDBI Bank
  22. RBL Bank
  23. Yes Bank
  24. IDFC
  25. Standard Chartered Bank
  26. Allahabad Bank
  27. HSBC
  28. Bank of Baroda
  29. IndusInd

UPI (Unified Payments Interface) से सम्बंधित FAQs

1. UPI क्या है?
UPI, को हम Unified Payments Interface, के नाम से भी जानते हैं और ये एक real-time fund transfer की process होती है जिसे NPCI द्वारा बनाया गया है. ये system IMPS interface पर आधारित काम करता है.

2. कोनसा UPI app सही है download करने के लिए?
Google Play Store में बहुत सारे UPI apps मेह्जुद हैं इसलिए user अपने मन मुताबिक कोई भी App चुन सकता है.

3. क्या ये जरूरी है की User अपने ही bank का UPI app download करे?
नहीं . Users कोई भी UPI app download कर सकता है. इसके साथ ये बात आप जान लें की ये आपका बैंक का भी हो सकता है या किसी दुसरे बैंक का भी, इससे कोई अंतर नहीं पड़ेगा.

4. UPI PIN क्या होता है?
यह एक ऐसा pin होता है जिसे की registration process के दोरान set किया जाता है. इसे सारे UPI transactions को authorize करने के लिए इस्तमाल किया जाता है.

5. यदि किसी user का UPI transaction करने के दोरान पैसे debit हो जाते हैं उसके bank account से तब ऐसे में उसे क्या करना चाहिए?
ऐसे समय में अक्सर पैसे user के account पर 1 घंटे के भीतर लोट आते हैं. और अगर ऐसा नहीं होता है इस समय के दोरान तब आपको जरुर customer care से संपर्क करना चाहिए.

6. बहुत बार होता है की पैसे account से तो कट जाते हैं लेकिन फिर भी transaction pending show कर रहा होता है? ऐसे में क्या करना चाहिए?
इस तरह के अक्सर cases में transaction processed हो चुके होते हैं. ये pending status इसलिए show करता है क्यूंकि payee/beneficiary के backend में server का issue हो सकता है. अगर ये issue 48 hours के भीतर solve नहीं होता है तब आपको जरुर customer care से संपर्क करना चाहिए.


7. क्या ये मुमकिन है की समान smartphone पर एक से ज्यादा UPI app के मदद से अलग अलग bank account को क्या link किया जा सकता है ?
जरुर. आप जरुर एक या उससे ज्यादा UPI से समान या दुसरे bank account number को link कर सकते हैं.

8. ऐसे कोन से mobile platforms मेह्जुद हैं जहाँ पर UPI को इस्तमाल किया जा सकता है ?
UPI को हम Android और iOS के platforms में इस्तमाल कर सकते हैं.

9. आप maximum कितना amount UPI के जरिये transfer कर सकते हैं?
आप maximum Rs.1 lakh तक पैसों का transfer कर सकते हैं per transaction में.

10. अगर कभी मुझे कोई complain register करना पड़े तब ये में कैसे कर सकता हूँ ?
ये complaint आप UPI app में ही कर सकते हैं इसके लिए app में एक option रहता है.

11. अगर कभी किसी ने गलत UPI PIN enter कर दिया तब इसका परिणाम क्या होगा?
अगर किसी user ने कभी गलत PIN enter कर लिया तब वो चल रहा transaction fail हो जायेगा.

12. अगर UPI app के द्वारा किसी user का bank name detect न हो तब ऐसे में क्या करना चाहिए ?
सबसे पहला कदम ये देखना चाहिए की user का mobile number समान bank account के साथ link होना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तब app कभी भी आपके bank को recognise नहीं करेगा, और linking process कभी भी complete नहीं होगी.

13. क्या दुसरे merchants को UPI के द्वारा payment दिया जा सकता है?
जी हाँ बिलकुल. Payments को आप online mode के द्वारा e-commerce sites में दे सकते हैं अगर वहां UPI option available रहा तब.

14. कैसे आप UPI online में pay कर सकते हैं ?
सबसे पहले आपको merchant site पर जाना होगा, उसके बाद UPI option को choose करना होगा, उसके बाद VPA को enter करना होगा और उसके बाद UPI PIN को.

15. क्या कोई user पैसों का transfer bank holidays में कर सकता है?
इसका जवाब है बिलकुल कर सकता है.

आज आपने क्या सीखा

मुझे उम्मीद है की आपको ये लेख पसंद आये और आपको ये भी समझ में आ गया होगा की UPI क्या है और कैसे काम करता है. नोट बंदी की वजह से पैसों की जो भी तकलीफे हो रही है वो UPI की मदद से दूर हो सकती है.

अगर आप ने अब तक इसका इस्तेमाल नहीं किया है तो एक बार जरुर करके देखिये. इस लेख से जुड़े कोई भी सवाल हो तो आप निचे comment कर पूछ सकते हैं मुझे आपकी सहायता करने में बहुत खुशी होगी.